संभल, जुलाई 8 -- गुरु पूजा महोत्सव के चौथे दिन सोमवार को वृंदावन की गौरांग लीला समिति ने हरि बाबा बांध धाम पर आयोजित रसीदा मंचन में भक्त चंद्रहास की अद्भुत लीला का मार्मिक रूपांकन किया। रंग-बिरंगी झांकियों और सुंदर मंच सज्जा ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। मंचन की कथाानुसार, शनिदेव और माता लक्ष्मी के बीच इस बात को लेकर वाद-विवाद हुआ कि वे दोनों में कौन अधिक शक्तिशाली हैं। अपनी-अपनी शक्ति सिद्धि के लिए दोनों कुंतन नरेश के दरबार पहुँचे, जहाँ शनिदेव ने राजा कुंतन एवं रानी का वध कर दिया। यह देख माता लक्ष्मी ने राजा कुंतन के ही पुत्र चंद्रहास को अपने आप सहेज लिया और शनिदेव की पुत्री विधिमा से उनका विवाह कर दिया। विवाह की खुशी से क्षुब्ध शनिदेव चंद्रहास का वध करना चाहते थे, लेकिन लक्ष्मीजी ने अपनी दिव्य शक्ति दिखा कर उन्हें युद्ध में पराजित कर द...