लखीमपुरखीरी, जुलाई 3 -- गोला गोकर्णनाथ। जयगुरूदेव धर्म प्रचारक संस्था का एक सत्संग समारोह मूडासवारान में किया गया। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय उपदेशक सतीश चन्द्र ने कहा कि कर्म विज्ञान, अच्छे समाज और संतों की महिमा पर प्रकाश डाला। नहिं दरिद्र सम दुःख जग माहीं, संत मिलन सम सुख कछु नाहीं। पंक्ति को उद्धृत करते हुए कहा कि संसार में संतों के मिलन के समान कोई दूसरा सुख नहीं है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को कर्म करने का अधिकार मिला है। कर्मों का कानून बहुत ही जटिल है। इसको बुद्धि के बल से नहीं समझा जा सकता। कर्म का फल सबको भोगना पड़ता है। राम और कृष्ण जैसी अवतारी शक्तियों को कर्मों का बदला देना पड़ा। कर्मों की माफी कराने का अधिकार केवल संतों के पास है। पंकज जी महाराज अच्छे समाज के निर्माण और आध्यात्मिक शिक्षा के प्रचार-प्रसार में रात-दिन लगे हुए हैं। निरन...