लोहरदगा, जुलाई 11 -- लोहरदगा, संवाददाता।पतंजलि योग समिति, लोहरदगा के तत्वावधान में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुवार को स्थानीय गुरुकुल शांति आश्रम में हवन यज्ञ किया गया। इस दौरान गुरु की महत्ता पर उद्बोधन देते हुए समिति के संरक्षक शिवशंकर सिंह ने कहा कि समर्थ गुरु का व्यक्ति के जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। गुरु के जीवन के विभिन्न चुनौतीयों से लड़ने में सम्बल मिलता है। आज के परिपेक्ष्य में जीवन निर्माण में गुरु की भूमिका अहम है। गुरु विश्वामित्र थे। तो राम बने, गुरु संदीपनी थे। तो कृष्ण बने, गुरु विरजानंद थे। तो महर्षि दयानंद बने। चाणक्य थे तो चन्द्रगुप्त बने और स्वामी रामकृष्ण परमहंस थे। तो स्वामी विवेकानंद बने ऐसे अनेकों उदाहरण हैं। जो हमारी सनातनी संस्कृति के गुरु परम्परा के अद्वितीय उदाहरण हैं। जो गुरु की महत्ता का अद्भुत और बे...