कानपुर, जून 2 -- पंचम पिता श्री गुरु अर्जन देव जी महाराज का 421 वां शहीदी दिवस श्रद्धा के साथ मनाया गया। गुरुद्वारा कीर्तनगढ़ (गुमटी गुरुद्वारा) में गुरमत समागम के दौरान शबद कीर्तन से संगत निहाल हुई। हजारों की संगत ने गुरु का अटूट लंगर छका। इस अवसर पर छबील भी लगाई गई। गुरु सेवक जत्था ने गुरु अर्जन देव जी का दो दिवसीय आयोजन किया था। अंतिम दिन रविवार को यहां भव्य आयोजन हुआ जिसमें हजारों की संगत सुबह से ही पहुंच गई। कथावाचक ज्ञानी मंदीप सिंह संगरूर पंजाब ने बताया कि गुरु जी को जहांगीर ने 30 मई 1606 में लाहौर में भीषण गर्मी के दौरान यासा व सियासत कानून के तहत लोहे के गर्म तवे पर बैठाकर शहीद कर दिया गया था। कथावाचक ने कहा कि वो विनम्रता के पुंज थे एवं जिसमें श्री दरबार साहिब (अमृतसर) से आए भाई स्वरूप सिंह रूप ने कीर्तन जत्यउ जिन्ह अर्जुन देव ग...