रामगढ़, सितम्बर 25 -- केदला, निज प्रतिनिधि। शरद नवरात्र में इस बार गुरुवार को सुर्योदय के साथ चतुर्थी शुरु होगा जो शुक्रवार को सुबह 6:40 बजे तक रहेगा। उदया तिथि के कारण शुक्रवार को भी पूरा दिन चतुर्थी मान्य होगा। इस तरह से गुरुवार और शुक्रवार दोनो दिन चतुर्थी का पूजन होगा। उक्त बातें लइयो पूजा पंडाल के आचार्य कमलाकांत शास्त्री ने बताते हुए कहा कि आश्विन मास कृष्ण पक्ष का तृतिया तिथि लुप्त होने के कारण शुक्ल पक्ष में एक तिथि का वृद्धि हो रहा है। जिसके कारण चतुर्थी दो दिन हो रहा है। इस तिथि में मां के शक्ति अलंकार का विशेष पूजन होता है। बड़े ही संयोग से देवी दुर्गा का चौथा रूप मां कुष्मांडा जिन्होंने ब्रह्मांड की रचना की उनकी पूजा दो दिवसीय प्रयंत होगी। इनकी उपासना से भक्तों के कष्ट, रोग और शोक दूर होते हैं तथा जीवन में आयु, यश, बल और आरोग्...