देहरादून, मई 31 -- पौंधा स्थित श्रीमद् दयानन्द आर्ष ज्योतिर्मठ गुरुकुल में आयोजित तीन दिवसीय रजत जयंती समारोह में शनिवार को वानप्रस्थ और संन्यास दीक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती ने 18 सदस्यों को वानप्रस्थ और 6 सदस्यों को संन्यास दीक्षा प्रदान की।जो त्याग और तपस्या के मार्ग पर उनके नए जीवन की शुरुआत थी। इस महत्वपूर्ण दीक्षा समारोह का संयोजन स्वामी ओमानन्द सरस्वती व चंद्रभूषण शास्त्री ने किया। दीक्षा समारोह के बाद आर्ष शिक्षा एवं आर्ष सेवाव्रती सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि कन्हैया लाल आर्य ने गुरुकुल शिक्षा पद्धति को समाज की सर्वश्रेष्ठ पद्धति बताया। आर्य कन्या गुरुकुल शिवगंज राजस्थान की प्राचार्या डॉ. सूर्यादेवी चतुर्वेदा ने कहा कि यह व्यक्ति को एक नवीन दिशा और दशा प्रदान करती ...