हापुड़, जुलाई 11 -- गुरुकुल महाविद्यालय ततारपुर हापुड़ का 61वां स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान गुरुकुल में प्रविष्ट नवीन ब्रह्मचारियों का उपनयन संस्कार किया गया। विशाल यज्ञ का आयोजन हुआ। गुरुकुल के प्रधान चौधरी शीशपाल सिंह ने सभी ब्रह्मचारियों को आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि प्राचीन काल में हर गांव में एक गुरुकुल हुआ करते थे। पाश्चात्य संस्कृति एवं विदेशी आक्रांत के कारण धीरे-धीरे गुरुकुल कम होते चले गए। गुरुकुल में पढ़कर विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है। स्वामी अखिलानंद सरस्वती ने वेदों का प्रमाण देते हुए बताया कि मनुष्य के जीवन की प्रथम अवस्था विद्या अध्ययन की होती है। गुरुकुल के प्राचार्य डॉ प्रेमपाल शास्त्री ने बताया कि इस गुरुकुल की स्थापना स्वामी मुनीश्वरानंद सरस्वती ने 1965 में गुरु पूर्णिमा के अवसर प...