अमरोहा, मार्च 1 -- अमरोहा। प्राचीन भारतीय लिपियों और ग्रंथों के संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन के संयोजन में श्रीमद् दयानंद कन्या गुरुकुल महाविद्यालय चोटीपुरा में कौशल विकास एवं पांडुलिपि लिप्यंतरण दस दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला में शारदा लिपि सीखने एवं संस्कृत व शारदा लिपि में उपलब्ध प्राचीन पांडुलिपियों के लिप्यंतरण पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में डॉ. वेदवीर आर्य संयुक्त सचिव एवं वित्तीय सलाहकार, रक्षा मंत्रालय बतौर मुख्य अतिथि शामिल रहे। गुरुकुल की प्राचार्या डा. सुमेधा ने अतिथियों का स्वागत किया। बताया कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य लुप्तप्राय शारदा लिपि में लिखे प्राचीन ग्रंथों को पुनर्जीवित करना व संस्कृत ग्रंथों के लिप्यंतरण के माध्यम से भारतीय विद्या परंपरा ...