अयोध्या, फरवरी 21 -- अयोध्या, संवाददाता। देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के प्रो. दिलीप सराह ने कहा कि नैतिक मूल्य, आश्रम पद्धति, वर्ण व्यवस्था तथा गुरुकुल में दिए जाने वाले मूल सिद्धांतों ज्ञान, सेवा, अनुशासन से नवाचारित किया गया है। यह बातें प्रो. दिलीप ने अवध विवि के व्यवसाय प्रबंधन एवं उद्यमिता विभाग में पीएम उषा के तहत रिलवेन्स ऑफ इंडियन नॉलेज सिस्टम इन इंडिया विषयक कार्यशाला में तीसरे दिन कही।उन्होंने कहा कि ज्ञान गंगा की त्रिवेणी में दिव्य- भव्य व नव्य भारतीय पुरातन ज्ञान परंपरा व सिद्धांतों को संग्रहित करने का अवसर मिला। लखनऊ के नवयुग कन्या महाविद्यालय की प्रो. मंजुला उपाध्याय ने कहा कि भारतीय ज्ञान विज्ञान परंपरा जो कि अब पश्चात संस्कृति के लोगों द्वारा अपनाई जा रही है। वह हमारे मूल आचरण का पूर्व में ही मूल्यवान हिस्सा रह चुक...
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