संभल, मार्च 6 -- भारतीय संस्कृति को संरक्षित और सशक्त करने के उद्देश्य से समाजसेवी नवनीत गांधी ने अपनी स्वर्गीय माता महादेवी गुप्ता (पूर्व प्रधानाध्यापिका) की प्रथम पुण्य स्मृति में महर्षि दयानंद आर्य गुरुकुल, राजघाट में शांति यज्ञ का आयोजन किया। गुरुकुल के ब्रह्मचारियों, आचार्यों और सन्यासियों की उपस्थिति में गुरुकुल की भव्य यज्ञशाला में हवन संपन्न हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा विक्रम सिंह आर्य ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आयुर्वेदिक औषधियों से निर्मित हवन सामग्री का उपयोग कर यज्ञ संपन्न कराया। यज्ञ के मुख्य यजमान नवनीत गांधी ने गुरुकुल में अध्ययनरत ब्रह्मचारियों को ड्रॉइंग किट, पठन सामग्री, सात्विक भोजन, मिष्ठान और दक्षिणा वितरित कर सेवा का संदेश दिया। नवनीत गांधी ने कहा कि गुरुकुल शिक्षा पद्धति और आर्य समाज की परंपरा भारतीय संस्कृति की रीढ़ हैं...