आशीष द्विवेदी, नवम्बर 22 -- उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों में पढ़ रहे विद्यार्थी भी अब अप्रेंटिसशिप कर सकेंगे। मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (उच्च शिक्षा) को शुरू किए जाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके तहत अब विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ उद्योगों व कंपनियों में अप्रेंटिस कर सकेंगे। कंपनियों की ओर से विद्यार्थियों को जो नौ हजार मानदेय दिया जाएगा, उसमें से एक हजार रुपये की प्रतिपूर्ति राज्य सरकार करेगी। अभी तक तकनीकी संस्थानों के विद्यार्थियों को ही यह सुविधा दी जा रही थी। अब उच्च शिक्षा विभाग भी से लागू कर रहा है। नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम के तहत पंजीकृत विद्यार्थियों का डाटा एनआईसी के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। ऐसे विद्यार्थी जो अप्रेंटिस के लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे, उनका ऑनलाइन माध्यम से ही आधार सत्य...