रिषिकेष, सितम्बर 22 -- बीते 15 सितंबर को बादल फटने और भीषण बारिश से हुई तबाही का मंजर अभी तक देखने को मिल रहा है। मैदानी क्षेत्र से लेकर सुदूर पहाड़ के गांव कोडारना ग्राम सभा के गुजराड़ा गांव में देखने को मिला। यहां तीन वर्षों से आपदा का कहर झेल रहे मियां परिवार ने अपने विस्थापन की मांग उठाई। आपदा प्रभावित अरविंद सिंह पुत्र स्व. ज्ञान सिंह, कुंवर सिंह पुत्र नानक चंद, वीर सिंह ने बताया कि बीते 15 सितंबर की रात बारिश उन पर काल के रूप में बरसी। रात को मलबा आने पर वह घर छोड़कर किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहे। इन परिवारों की 15 बीघा में फैली खेती जिसमें लगभग 12 सौ कटहल पेड़, दो सौ आम पेड़, संतरे, अनार के पेड़ों सहित खेतों में खड़ी अदरक, मिर्ची, नींबू, अनार, धान, हल्दी अरबी, लीची की फसल मलबे में नष्ट हो गई। खेती के बल पर ही अपने परिवार का प...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.