वाराणसी, मार्च 7 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। पद्मश्री गीता चंद्रन की भरतनाट्यम की भंगिमाओं और ग्रैमी अवार्ड विजेता पद्मभूषण पं. विश्वमोहन भट्ट की 'मोहन वीणा की झंकार के साथ गुरुवार की शाम 'काशीयात्रा के 42वें संस्करण का आगाज हुआ। स्वतंत्रता भवन सभागार में स्पिक मैके के सहयोग से तीन दिनों तक चलने वाले आईआईटी बीएचयू के सांस्कृतिक उत्सव में नौ मार्च तक कला और संगीत की धारा प्रवाहित होगी। कार्यक्रम में देश के 350 संस्थानों से 12 हजार से ज्यादा प्रतिभागी शामिल होंगे। काशी यात्रा की इस वर्ष की थीम 'संस्कृति प्रवाह : द कल्चरल हेरिटेज रखी गई है। बीएचयू कुलगीत के साथ परंपरागत शुभारंभ के बाद आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो.* अमित पात्रा ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने काशीयात्रा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसे सांस्कृतिक समरसता और कलात्मक...