नई दिल्ली, दिसम्बर 17 -- भारतीय रुपया बुधवार को सात महीने में सबसे तेजी से मजबूत हुआ, जब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मुद्रा को सहारा देने के लिए जोरदार तरीके से डॉलर की बिक्री की। शेयरों में भी बढ़त रही।रुपया 1% तक चढ़ गया, जो 23 मई 2025 के बाद से सबसे बड़ी तेजी है, और 90.0963 के स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले के सत्र में यह रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था। सौदों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, आरबीआई स्थानीय बाजार में डॉलर बेचकर हस्तक्षेप कर रहा है।आरबीआई ने हस्तक्षेप क्यों किया? यह कदम रुपये की हाल की लगातार रिकॉर्ड गिरावट के बाद आया है, जिस पर बहस हो रही थी कि केंद्रीय बैंक मुद्रा को सहारा देने के लिए और सख्ती से क्यों नहीं उतरा। व्यापारियों का कहना है कि शायद आरबीआई ने मंगलवार को विदेशी मुद्रा स्वैप के जरिए 5 अरब डॉलर खरीदने के बाद हस्तक्षेप...