मथुरा, सितम्बर 22 -- गौ दान एवं गाय के लिए किया दान सर्वश्रेष्ठ होता है। उक्त विचार प्रख्यात रामकथा प्रवक्ता मोरारी बापू ने रविवार को माताजी गोशाला में चल रहे नौ दिवसीय श्रीरामकथा के दूसरे दिन व्यासपीठ से व्यक्त किए। उन्होंने मानस गौसूक्त विषय पर आधारित रामकथा प्रसंग से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने उत्तम, मध्यम व सामान्य तीन प्रकार के दान बताए हैं। उत्तम दान में भूमि, घर, स्वर्ण, विद्या के दान का वर्णन है। उन्होंने बरसाना भूमि की वंदना कर कहा कि वरदान से सनी हुई भूमि ही बरसाना है। अथर्ववेद के गौसूक्त का श्लोक समझाते हुए कहा कि गौमाता रुद्रों की मां, वसुओं की पुत्री एवं आदित्यों की बहन है। गौ अमृत का केंद्र एवं औषधि श्रोत हैं। गाय का वध नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गाय के अंग में लक्ष्मी का वास होता है। गाय की पुकार पर परमा...