कोडरमा, अगस्त 17 -- कोडरमा, वरीय संवाददाता। गायत्री शक्तिपीठ में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े हर्षोल्लास और धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाया गया। पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। इस अवसर पर परिव्राजक नकुल देव शास्त्री ने भगवान श्रीकृष्ण के अवतार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, तब भगवान धर्म की रक्षा हेतु अवतरित होते हैं। द्वापर युग में कंस के अत्याचार से पीड़ित प्रजा की रक्षा के लिए श्रीकृष्ण ने देवकी के गर्भ से जन्म लिया और धर्म की स्थापना की। उन्होंने कहा कि कृष्ण जन्माष्टमी केवल उत्सव नहीं, बल्कि एक ईश्वरीय संदेश है। गीता के उपदेशों को जीवन में उतारना ही इस पर्व का वास्तविक उद्देश्य है। आज समाज में व्याप्त अविश्वास और वैमनस्य को गीता के ज्ञान व सदाचरण से ही दूर किया जा सकता है। कार्यक्रम के दौरा...