नई दिल्ली, अक्टूबर 27 -- इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को स्पष्ट किया कि गाजा में अंतरराष्ट्रीय शांति बल में किन-किन देशों की सेनाएं शामिल होंगी, यह निर्णय पूरी तरह इजरायल ही लेगा। यह प्रस्ताव अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य संघर्ष को स्थायी रूप से समाप्त करना है। हालांकि, नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि किसी भी विदेशी सैनिकों की तैनाती केवल इजरायल की मंजूरी के बाद ही संभव होगी। इसके बाद सोमवार को इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने घोषणा की कि अमेरिकी योजना के तहत फिलिस्तीनी क्षेत्र में युद्ध को हमेशा के लिए रोकने के प्रयास में गाजा में तुर्की की सशस्त्र सेनाओं की मौजूदगी को इजरायल कतई स्वीकार नहीं करेगा। रविवार को नेतन्याहू ने अपने मंत्रिमंडल की बैठक में कहा था कि इजरायल अप...