जहानाबाद, दिसम्बर 25 -- किसानों ने बताया कि अब घरेलू उपयोग के लिए भी गुड बाजार से खरीदना पड़ता है किसानों का कहना है की लागत बढ़ने के कारण किसान लोग धीरे-धीरे ईख की खेती बंद कर रहे हैं मखदुमपुर, निज संवाददाता प्रखंड में गुड़ बनाने का काम धीरे-धीरे लुप्त होते जा रहा है। पहले इस सीजन में प्रत्येक गांव में गुड़ बनाने का काम होता था। जिसके लिए प्रत्येक गांव के पास है एक दो जगहों पर कोलसार चलता था जिसमें गुड़ बनाए जाते थे। लेकिन इस समय पूरे प्रखंड में कुछ गांव में ही गुड़ बनाने का काम हो रहा है। किसानों का कहना है कि ईख की खेती अब काफी कम हो गया है जिसका असर है कि अब गुड़ नहीं बनाया जा रहा है। प्रखंड के पूर्वी भाग गांव में तो यह काम अब लगभग बंद हो चुका है सिर्फ पूर्वी भाग के कुछ गांव में देखा जाता है। किसानों ने बताया कि अब घरेलू उपयोग के लिए भी गुड ...