बागेश्वर, फरवरी 12 -- गरुड़। विकासखंड में स्वच्छता अभियान के तहत विभिन्न एनजीओ के द्वारा प्रत्येक ग्राम सभा में डस्टबिन वितरित किए गए थे। गरुड़ की 106 ग्राम सभाओं में वितरित किए गए डस्टबिन आज स्वयं कचरे के ढेर बन चुके हैं। बिना ठोस प्लानिंग के आनन फानन में बांटे गए डस्टबिन अब खुद एक समस्या बने हुए हैं। इनकी नियमित सफाई भी नहीं हो रही है। पूर्व ग्राम प्रधान हरी नगरी, लक्ष्मण आर्या ने बताया कि स्वच्छता अभियान और स्वजल परियोजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतो को जनसंख्या के आधार पर बजट आवंटन हुआ था जो 12 से ,7 लाख तक था इस योजना के तहत गावों में जल निकास नालियां, सोख्ता पिट, बायो गैस, सीमेंट के पक्के कचरा घर आदि का निर्माण हुआ। इसी योजना में प्लास्टिक डस्टबिन भी वितरित किए गए थे। विभिन्न एनजीओ से योजना संचालित थी और राज्य वित्त का बजट भी उक्त बहुउद...