मधुबनी, अगस्त 7 -- मधुबनी, निज संवाददाता। राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस के अवसर पर शहर में खादी विकास समिति के तत्वावधान में एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नासवी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि मधुबनी की पारंपरिक अर्थव्यवस्था का मूल आधार हस्तकरघा रहा है। चरखा और बुनाई जैसे कार्यों ने गांवों की आर्थिक समृद्धि में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि आज से 20 वर्ष पूर्व तक यह क्षेत्र स्थानीय रोजगार और आय का मजबूत स्तंभ था। सेमिनार में राजद के वरिष्ठ नेता पवन यादव ने कहा कि सरकार की अनदेखी ने इस क्षेत्र को बर्बादी की कगार पर ला दिया है। उन्होंने एनडीए सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि खादी और बुनकरों की बदहाली के लिए यह गठबंधन जिम्मेदार है। हस्तकरघा आर्थिक समृद्धि और स्वदेशी रोजगार क...