कोडरमा, अक्टूबर 27 -- कोडरमा, वरीय संवाददाता। छठ महापर्व महज एक त्योहार नहीं, यह हमें और हमारे अपने लोगों को गांव की मिट्टी से जुड़ने का अवसर भी देता है। मालूम हो कि कोडरमा जिले के हर प्रखंड के कोई न कोई गांव का एक या दो व्यक्ति नौकरी और मजदूरी के लिए पलायन करने को मजबूर है। मगर साल में एक बार ये लोग सैकड़ों किलोमीटर दूर से अपने घर आते हैं। ऐसे हजारों लोगों के लिए घर आने का एक बहुत बड़ा कारण छठ है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कोडरमा स्टेशन पर करीब आठ दिनों से ट्रेनों से भर-भरकर लोग उतर रहे हैं। सभी ट्रेनों से उतरने के बाद इन प्रवासी श्रमिकों के चेहरे पर एक अलग मुस्कान और अपनी मिट्टी तथा अपने स्वजनों से मिलने की खुशी साफ झलकती है। कोडरमा जिले के करीब 99 फीसदी घरों में मनाया जानेवाला यह पर्व सभी को एकजुटता का संचार करता है। ...