लखीमपुरखीरी, अक्टूबर 29 -- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मुस्तफाबाद गांव का नाम बदलकर कबीरधाम किए जाने की घोषणा के बाद क्षेत्र में हर्ष और उत्साह का माहौल है। गांव का नाम अब संत परंपरा और आस्था से जुड़ने जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में गौरव और धार्मिक भावनाओं का उत्साह देखा जा रहा है। हालांकि इस नाम परिवर्तन से अब सरकारी अभिलेखों और दस्तावेज़ों में बदलाव की चिंता भी बढ़ गई है। गांव का नया नाम दर्ज होने के बाद राजस्व अभिलेख, आधार कार्ड, राशन कार्ड, मतदाता सूची, बैंक खाता, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, शस्त्र लाइसेंस, स्कूल अभिलेख सहित कई दस्तावेज़ों में संशोधन कराना होगा। ग्रामीणों का कहना है कि कबीरधाम नाम मिलना गर्व की बात है, लेकिन अब हर विभाग में दस्तावेज़ अपडेट कराने के लिए अलग-अलग लाइन लगानी पड़ेगी जिससे परेशानी भी बढ़ेगी। इसी तरह ...