पीलीभीत, जुलाई 19 -- रात में ट्रैंकुलाइज करने को बनाए गए बेड और अलग अलग लगाए गए पिंजरों में बछड़ा बांध कर बाघिन को गच्चा देने के प्रयास पहले दिन सफल नहीं हो सके। अब कमांड सेंटर बना कर तीस गांवों के लोगों से औचक रूप से जानकारियां ली गई जाएंगी। ताकि बाघिन को पकड़ा जा सके। रात में खलबली के बीच शाम तक लगातार टीमें गांवों के खेतों में लगी धान और गन्ने की फसलों में सर्च अभियान चलाती रहीं। लंबे समय तक लोकेशन देने वाला ड्रोन दिल्ली से मंगा लिया गया है। साथ ही दक्षिण खीरी से बाघ ट्रैंकुलाइज विशेषज्ञ को बुलाया गया है। ताकि बाघिन की लोकेशन मिलने पर ट्रैंकुलाइज पोजीशन की जा सके। बता दें कि तीन दिन में एक किसान और महिला को निवाला बना चुकी बाघिन को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम परेशान है। पर सफलता नहीं मिल पा रही है। बोले डीएफओ डीएफओ भरत कुमार ने बताया...
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