बक्सर, जुलाई 5 -- चक्की, एक संवाददाता। प्रखंड के चंदा और हेनवा गांव में झोलाछाप डॉक्टरों का नेटवर्क तेजी से फैल रहा है। गांव के भोले-भाले लोगों का ये डॉक्टर मनमाने ढंग से शोषण करते हैं। वहीं, बिना डिग्री और अनुभव के ये कथित डॉक्टर घर-घर जाकर इलाज कर रहे हैं। इनके द्वारा मरीजों को दिए जाने वाले हाई पावर के इंजेक्शन और दवा देकर मरीजों की जान बन आती है। गांव में पांच ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों की पहचान हुई है। जिनके पास न तो मेडिकल डिग्री है, न ही इलाज करने का सरकारी लाइसेंस है। इनके पास सिर्फ एक झोला में चंद दवाएं, इंजेक्शन और ग्लूकोज़ की बोतल होती है। जिससे वे हर तरह की बीमारी का इलाज करने का दावा करते हैं। लेकिन, वास्तविकता यह है कि इनके इलाज से कई मरीजों की हालत और ज्यादा खराब हो जाती है। जानकारों की मानें तो झोलाछाप डॉक्टर पचास से सौ रुपये मे...