बरेली, फरवरी 25 -- गांवों में मनरेगा में काम करने को मजदूर नहीं मिल रहे हैं। दूसरी जगहों पर मनरेगा से लगभग दोगुनी मजदूरी मिल रही है। जिन मजदूरों ने काम किया उनको समय पर मजदूरी नहीं मिल रही है। मीरगंज ब्लाक के गांवों में लगभग 21445 मनरेगा मजदूर हैं। इनमें से 14296 मजदूर ही एक्टिव हैं। मनरेगा मजदूरों को एक दिन काम करने की मजदूरी 237 रुपए मिलती है। जबकि गांवों में दूसरे काम करने वालों को मजदूरी 400 से 450 रुपए प्रतिदिन मिल रही है। कम मजदूरी के कारण गांवों में मजदूर नहीं मिल रहे हैं। प्रधान संघ के अध्यक्ष सोनू कुर्मी ने बताया मनरेगा में अब फेस से हाजिरी लगती है। मजदूरों की सुबह एवं दोपहर बाद दो टाइम हाजिरी लगती है। फेस से हाजिरी लगने के बाद काम पर आने वाले मजदूरों की संख्या कम हो गई। चुरई दलपतपुर की प्रधान अर्पणा गंगवार ने बताया समय से मजदूरी...