गोरखपुर, मार्च 17 -- हरनहीं हिंदुस्तान संवाद। ब्लॉक क्षेत्र के गांवों तथा कस्बों में नियमित सफाई और छिड़काव नहीं हो रहा है। मौसम बदलते ही गांवों गलियों में बिखरे सूखे पत्ते संपर्क मार्गों के किनारे उगी झाड़ियों, खेतों में उगी फसलों के झुरमुट तथा प्लास्टिक की थैलियों के कचरों से मच्छरों का प्रकोप बहुत अधिक बढ़ गया है। मच्छरों के काटने से लोग कई तरह की बीमारियों के शिकार भी होते रहें हैं। लोगों को मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी लगाने और अपने आसपास सफाई रखने की सलाह दी जाती है, किंतु इलाके में मच्छर रोधी दवाओं के छिड़काव की कोई स्थाई व्यवस्था नहीं की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गांवों, कस्बों में बीते कई वर्षों से छिड़काव के लिए फागिंग मशीनें नहीं हैं। पंचायत राज विभाग के सफाईकर्मियों द्वारा गांवों कस्बों में नियमित सफाई और फागि...