बागेश्वर, जून 9 -- कौसानी, संवाददाता कौसानी में ग्लोबल गांधीयन डायलॉग यूथ फॉर ट्रुथ चिंतन तीन दिवसीय गांधी विचार चिंतन शिविर का समापन हो गयाहै। गांधी वादियों की सीधी लड़ाई अतिवादी शक्तियों से है। इसलिए युवाओं को गांधी विचार से जोड़ना है तो आजीविका तथा रचनात्मकता के उपाय सोचने होंगे। काम चुनौती पूर्ण है लेकिन असंभव नहीं। अनासक्ति आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में सोमवार को पाठक ने कहा कि विचार के रूप में लोग विभिन्न मत रख सकते हैं, लेकिन कार्यक्रम के रूप में एक हो सकते हैं। सिर्फ गांधी विचार का पाठ पढ़ कर समाज में रचना का काम नहीं हो सकता। समाज में युवाओं के लिए कार्यक्रम भी लाने होंगे। लखनऊ से पहुंचे गांधी विचारक सत्यव्रत बीते पंद्रह साल से हजारों युवाओं के साथ सामूहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं। समूह में सभी जाति, वर्ग के युवा शामिल हैं। सत्य व...
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