हरदोई, मई 5 -- हरदोई। गहरी जुताई से कम लागत में गुणवत्ता युक्त उत्पादन मिलेगा। इसके लिए कृषि विभाग किसानों को जागरूक कर रहा है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी विनीत कुमार ने कृषकों से कहा कि वर्तमान समय में खरीफ की फसलों में कीट रोग नियंत्रण हेतु ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई अत्यन्त लाभकारी है। यह जुताई मानसून आने से पहले मई, जून महीने में करें। ग्रीष्मकालीन जुताई करने से मृदा संरचना में सुधार होता है। मृदा की जल धारण क्षमता बढ़ती है जो फसलों की बढवार में उपयोगी है। खेत की कठोर परत को तोड़कर मृदा को जड़ों के विकास हेतु बनाने में लाभकारी होती है। उन्होंने बताया कि गहरी जुताई से खेत में उगे खरपतवार एवं फसल अवशेष मिट्टी में दबकर सड़ जाते हैं। इससे मृदा में जीवांश की मात्रा बढ़ती है। मृदा के अन्दर छिपे हुए हानिकारक कीट, अण्डे, लार्वा, प्यूपा एवं खरपतवारों के ...