किशनगंज, अक्टूबर 10 -- गले में टीन बांधकर भोपू के माध्यम से पहले किया जाता था चुनावी प्रचार ठाकुरगंज। एक संवाददाता वर्षों पहले की चुनावी प्रचार और अब की चुनावी प्रचार में काफी फर्क पड़ गया है। पहले गले में टीन बांधकर भोपू से गांव-गांव घूमकर लोगों की भीड़ इकट्ठा कर उन्हें चुनाव प्रचार कर लोगों को वोट डालने के लिए प्रेरित किया जाता था। पर अब तो यह व्यवस्था पूरी तरह हाईटेक हो गई है। यह बात सन 1952 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार स्वर्गीय सांसद लखनलाल कपूर के लिए वोट मांगने वाले धूमगढ़ निवासी 85 वर्षीय ताराचंद धनुका ने कही। सन 1952 की लोकसभा चुनाव प्रजा सोशलिस्ट की चर्चा करते हुए वयोवृद्ध प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता ताराचंद धनुका ने बताया कि पहले जितने प्रत्याशी हुआ करते थे उनके उनके नाम से अलग अलग बॉक्स हुआ करता था, और बाहर से एक...