चंदौली, अप्रैल 29 -- चंदौली, संवाददाता। बच्चे की गले में यदि खाद्य पदार्थ या कोई चीज फंसने की स्थित में श्वांस नली में समस्या आ जाती है और इससे बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होने लगे तो इससे जान जाने का खतरा भी हो सकता है। बाबा कीनाराम मेडिकल कालेज के बाल रोग विशेषज्ञ असिस्टेंट प्रोफेसर डा. अस्तित्व सिंह ने बताया कि ऐसी स्थिति में अभिभावक तात्कालिक तौर पर प्राथमिक उपचार कर सकते हैं। इसके लिए बच्चे के पीठ पर थपकी देने के साथ ही दो साल के ऊपर के बच्चों को सीने पर हाथ से दबाव दें। इससे गले में फंसी वस्तु बाहर निकल जाएगी। इसके बाद डाक्टर को दिखाकर उपचार करा सकते हैं। इससे बच्चे की जान जाने का खतरा नहीं होगा। रविवार को अलीनगर थाना क्षेत्र के चंदौली खुर्द गांव में ढाई वर्षीय मासूम अर्पित की गले में काजू फंसने से मौत हो गई थी। बाल रोग विशेषज्ञ ...