प्रयागराज, अगस्त 19 -- प्रयागराज। गरीबों को घर बनाने के लिए सरकार एक लाख 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद करती है, लेकिन जिले में ऐसे लोग भी हैं जिनके पास दो मंजिला मकान है और वो फर्जी दस्तावेज लगाकर सरकारी मदद ले रहे हैं जबकि उन्हें आवास की जरूरत ही नहीं है। इसका खुलासा तब हुआ जब पहली किस्त देने के बाद विभागीय टीम ने सर्वे किया तो, जिले के अलग-अलग गांवों में लगभग नौ हजार लोग ऐसे मिले जिनके पास पहले से आवास थे। अब उनसे रिकवरी कराई जाएगी। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को आवास बनाने के लिए एक लाख 20 हजार रुपये दिया जाता है। आपदा में घर गिरने की दशा में 3200 रुपये की किस्त पहले बतौर सहायता जाती है। जिसे लगाने के बाद एक लाख 20 हजार रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है। प्रत्येक किस्त के बाद विभागीय टीम सत्यापन करती है और फोटोग्राफ लेती...