पटना, फरवरी 3 -- ऑनलाइन गलत चालान तो काट दिया जाता है, लेकिन उसे रद्द करने के लिए जिला परिवहन कार्यालय को यातायात पुलिस ऑनलाइन सूचना नहीं देती है। इस कारण इसे रद्द कराने में लोगों के पसीने छूट रहे हैं। वे जिला परिवहन कार्यालय का चक्कर लगाते रहते हैं। चालान गलत होने के बाद भी उसे रद्द कराने में महीनों लग रहे हैं, क्योंकि उसकी सूचना डीटीओ कार्यालय को ऑनलाइन नहीं दी गई है। इसकी वजह से हजारों ऐसे आवेदन लंबित पड़े हैं। पिछले तीन महीने की बात करें तो इस तरह के पांच हजार से अधिक आवेदन लंबित पड़े हैं। बता दें कि जिला परिवहन कार्यालय में हर दिन दस से 12 लोग गलत चालान को रद्द कराने के लिए आ रहे हैं। लेकिन उन्हें यह कह कर लौटा दिया जाता है कि अभी जिला परिवहन कार्यालय के पास इसकी जानकारी नहीं आई है। यह स्थिति किसी एक दिन की नहीं बल्कि हर दिन हो रहा ह...