देहरादून, जुलाई 22 -- सूर्य की हानिकारक किरणों से स्किन के बचाव में सनस्क्रीन की भूमिका पर दून मेडिकल कॉलेज के चर्म रोग विभाग की ओर से सीएमई का आयोजन किया गया। एअचोडी डॉ. श्रुति बरनवाल ने कहा कि सनस्क्रीन केवल सौंदर्य प्रसाधन नहीं, बल्कि स्किन की रक्षा का एक माध्यम भी है। सनस्क्रीन - बियॉन्ड द होराइज़न विषय पर आयोजित सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) कार्यक्रम में कहा कि सनस्क्रीन का नियमित व सही प्रयोग त्वचा कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं से बचाव कर सकता है। पीजी क्विज भी आयोजित की गई। इसमें एम्स ऋषिकेश, श्री गुरु राम राय मेडिकल कॉलेज और हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के पीजी छात्रों ने भाग लिया। इसमें एम्स ऋषिकेश की टीम विजेता रही। सीएमई में एम्स ऋषिकेश, एचआईएमएस, सुभारती मेडिकल कॉलेज, एसजीआरआर, श्री महंत इन्दिरेश हॉस्पिटल सहित विभिन्न संस्...
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