लोहरदगा, मार्च 21 -- लोहरदगा, संवाददाता। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी गर्मी के आगाज के साथ ही पेयजल के लिए हाहाकार मचना प्रारम्भ हो गया है। परंतु स्थानीय प्रशासन, नगर पर्षद और जलापूर्ति विभाग मौन साधे हुए है। आग लगने पर कुआं खोदने की कवायद शुरू होती है फिर बारिश का मौसम आते ही सारी योजनाएं ठंडे बस्ते में सिमट जाती है। नगर क्षेत्र में स्थिति और भी विकट हो जाती है क्यों कि बहुत वार्डों में अभी तक शहरी जलापूर्ति योजना का पाइप लाइन तक नही बिछाया गया है। वहीं गर्मी के शुरुआत के साथ ही कोयल और शंख नदी सूख जाती है। इस वजह से किसी प्रकार गर्मी भर राशनिंग कर जलापूर्ति की जाती है। वहीं नगर के हाट बाजार, करोड़ों का राजस्व देने वाला बस पड़ाव आदि स्थानों में प्याऊ तक की व्यवस्था नही है। जिससे राहगीरों और बस पड़ाव में यात्रियों को खरीद कर बोतल बन्द प...