रुद्रपुर, सितम्बर 19 -- रुद्रपुर। जिला अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत के मामले की जांच 18 दिन बाद भी अधर में अटकी हुई है। परिजनों ने अस्पताल कर्मियों पर गलत इंजेक्शन लगाने और लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए थे। आरोप है कि इंजेक्शन लगने के बाद महिला का शरीर नीला पड़ गया और कुछ देर में उसने दम तोड़ दिया। 31 अगस्त की रात फुलसुंगा निवासी 28 वर्षीय सिम्पी रस्तोगी की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हंगामे के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इंजेक्शन, सिरिंज और इलाज संबंधी फाइल को पुलिस व परिजनों की मौजूदगी में सील कर दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट करने की बात कही गई थी। सीएमओ ने चार सदस्यीय जांच समिति गठित की थी, लेकिन 18 दिन बीत जाने के बावजूद रिपोर्ट अब तक नहीं आ सकी है। समिति अध्यक्ष डॉ. केदार शाही के अनुसार शुक्रवार से जांच प्रक्रिया शु...