नोएडा, अगस्त 28 -- :::अध्ययन ::: नोएडा, प्रमुख संवाददाता। बाल चिकित्सा एवं स्नातकोत्तर संस्थान में गर्भनाल (प्लेसेंटा) के रक्त पर शोध किया गया है। रक्त को 14 दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है, जो नवजात में रक्त की कमी समेत अन्य बीमारियों के इलाज में सहायक होगा। चाइल्ड पीजीआई के ब्लड बैंक के डॉक्टरों ने प्रसव के दौरान गर्भनाल से 50 से 80 मिलीलीटर रक्त के नमूने लिए। इकट्ठा किए गए रक्त में 14 दिनों तक कोई बदलाव नहीं आया। डॉक्टरों का मानना है कि यह रक्त नवजात, विशेषकर समय से पहले जन्म वाले नवजात और एनआईसीयू में भर्ती शिशुओं के लिए जीवनदायी साबित हो सकता है। इसको लेकर भविष्य में भी शोध जारी रहेगा। ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉ. सीमा दुआ ने बताया कि इस शोध के दौरान जिला अस्पताल में हुए 20 प्रसवों के बाद प्लेसेंटा से रक्त एकत्र किया गया...