संतकबीरनगर, मार्च 21 -- हिन्दुस्तान टीम, संतकबीरनगर। सामाजिकता व मानवता को आईना दिखाने वाला माह-ए-रमजान खुशियों का महीना भी कहा गया है। माह-ए-रमजान का तीस रोजा बहुत कुछ सीख दे रहा है। रोजा कई बिमारियों से छुटकारा दिलाता है। वहीं जहन्नम से निजात दिलाता है। माह-ए-रमजान के बाद खुशियां मनाने व खुशियां बांटने का महीना भी कहा गया है। इस माह में अपने कमाई की सही जकात निकाल कर गरीब परिवार के चेहरे पर खुशियां बिखेरें। सेमरियावां स्थित मदरसा तालीमुल कुरान के मौलाना मुनीर अहमद नदवी ने कहा कि अल्लाह पाक ने इस माह को पांच नामों से पुकारा है। इसमें एक नाम गरीबों में खुशियां बांटने का भी है। उन्होंने कहा कि गरीबों के चेहरे पर चमक तब आसकती है जब हर मालदार व्यक्ति इस्लाम धर्म के तीसरे सबसे मजबूत स्तम्भ जकात को पूरी तरह से निकाल कर गरीबों तक पहुंचाएं। उन्ह...