बहराइच, जून 30 -- बहराइच, संवाददाता। शहर स्थित अजाखाना ए मोहसिनियां में सोमवार दोपहर दो बजे से मर्सियाख्वानी मजलिस हुई। इस मजलिस में जिया रिजवी ने अपने विशेष अन्दाज में मर्सिया पढ़ा। इस तारीखी मर्सिए को सुनने के दूर-दूर से शिया हजरात पहुंचे। मजलिस की शुरुआत जीशान हैदर रिजवी, फिदा अब्बास जैदी, बाबर जैदी की सोजखानी से हुई। मजहर सईद ने अपना कलाम पेश किया। जिया रिजवी ने अपना कदीमी मर्सिया पढ़ा। मजलिस के समापन पर इमामबाड़े में नौहे पढ़े गए। जिया रिजवी ने बताया कि इस मर्सिए का इतिहास रहा है। इस मर्सिए की मजलिस को सैय्यद शायक हुसैन जाफरी, मीर अहसन मेंहदी, मीर अब्जाफर, मीर मोहसिन के नाजिम जाफरी के निधन के बाद से जिया रिजवी पढ़ते चले आ रहे हैं। इस बीच मोहर्रम पर जगह जगह सबीलों का इंतजाम हुआ। शिया बहुल इलाकों में मजलिसों का दौर देर रात तक चला।

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