संवाददाता, जुलाई 30 -- अनुसूचित जाति के लाभार्थियों के 1.12 करोड़ रुपये की ऋण अनुदान की धनराशि गबन करने वाले बर्खास्त डाककर्मियों शैलेन्द्र कुमार और परशुराम को मंगलवार को ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ), लखनऊ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। गोरखपुर और पटना से इनकी गिरफ्तारी हुई है। जांच लगातार जारी है। उप्र अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम लिमिटेड, गोरखपुर द्वारा स्पेशल कॉम्पोनेन्ट प्लॉन के अंतर्गत संचालित स्वतः रोजगार योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2011-12 से 2015-16 तक के लाभार्थियों को उप्र सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड शाखा बांसगांव के माध्यम से ऋण अनुदान के लिए कुल 85 चेकों के जरिए एक करोड़ बारह लाख चालीस हजार रुपये जारी किए गए थे। इसके लिए फर्जी लाभार्थियों का कूटरचित आवेदन पत्र तैयार किया गया था। यह भी पढ़ें- महिला के लिवर में पल रहा ह...