मेरठ, मई 1 -- मेरठ। गन्ने की फसल में लगे टॉप बोरर और पायरिला कीट ने गन्ना विभाग के साथ ही किसानों को भी हिलाकर रख दिया है। रोग की भयावहता को देखते हुए गन्ना आयुक्त कार्यालय ने सभी परिक्षेत्रों के लिए गन्ना फसल में कीट रोग के उपचार से संबंधित एडवाइजरी कर दी है। गन्ना आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न परिक्षेत्रों में गन्ने की फसल में कीट व रोग संबंधी सर्वेक्षण के लिए उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद एवं भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के वैज्ञानिकों द्वारा संयुक्त रूप से स्थलीय निरीक्षण के उपरांत यह पाया गया है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में पायरिला व चोटी बेधक का प्रकोप न्यूनतम, मध्य उत्तर प्रदेश में पायरिला व चोटी बेधक का प्रकोप न्यूनतम से अधिक व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पायरिला व चोटी बेधक का प्रकोप अधिक पाया गया है...