लखीमपुरखीरी, फरवरी 24 -- गोला गोकर्णनाथ। इलाके के गांव घरथनिया के एक गन्ने के खेत में फिशिंग कैट के दो शावक मिले हैं। वन विभाग के कर्मचारियों के हवाले कर दिया गया। रविवार को खेत पर गाने की सिंचाई करने गए तो खेत मुखिया दो शावक देख डर गए कि कही बाघ तो साथ में नहीं है। तब पता चला यह फिशिंग कैट के शावक हैं। लोग जाने अनजाने में इन्हे अपना शत्रु मान लेते हैं। इनकी शारीरिक बनावट गुलदार से मेल खाती है। जीव विज्ञान प्रवक्ता डॉ अनिल कुमार ने बताया कि हर साल फिशिंग कैट की संख्या बेहतर होती जा रही है। इनके संवर्धन के लिये प्राकृतिक आवासों का संरक्षण जरूरी है। बिल्लियां कीचड़ और पानी से नफरत करती हैं, लेकिन मछली पकड़ने वाली बिल्ली ऐसा नहीं करती। ग्राम घरथनिया में सौरभ वर्मा के खेत में गन्ना छिलाई करते समय के बाघ की तरह दिखने वाली फिशिंग कैट के दो शावक...
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