बिजनौर, जुलाई 5 -- मिल के अधिकारियों द्वारा गोष्ठी आयोजित करके किसानों को गन्ने की फसल में उत्पन्न रोगों की पहचान तथा बचाव के उपाय बताए गए। शुक्रवार को द्वारिकेश चीनी मिल द्वारा कादराबाद क्षेत्र के गांव तुरतपुर में प्रगतिशील गन्ना किसानों की गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी को संबोधित करते हुए मिल के मुख्य (गन्ना) महाप्रबंधक उमेश कुमार सिंह बिसेन ने गन्ने की फसल में उत्पन्न होने वाली टॉप बोरर, पाइरिला, ब्लैक बग, मिली बग, थ्रिप्स, रेड-रॉट और स्मट रोग की पहचान का तरीका बताया। इन रोगों के नियंत्रण के उपायों पर प्रकाश डालते हुए प्रभावित गुच्छों को खेत से हटाने सहित 400 लीटर पानी में 150 मिली नैटजेन, कोराजन अथवा अरशी मिलाकर छिड़काव करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि गन्ने के खेत में पाइरिला परजीवी तथा रेड रॉट नियंत्रण के लिए ट्राइकोडर्मा के अलावा अ...