बिजनौर, अप्रैल 15 -- गन्ने की फसल पर पायरिला ने हमला बोल दिया है। किसान गन्ने की फसल को पायरिला से बचाने के लिए दवाईयों का इस्तेमाल कर रहा है। पायरिला के हमले से गन्ने की पत्ती पीली पड़ रही है। पायरिला गन्ने की पत्ती का रस चूस लेता है। जिले में ढ़ाई लाख हेक्टेयर में गन्ने का रकबा है। गन्ना अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ और पायरिला ने गन्ने की फसल पर हमला बोल दिया है। किसान गन्ने की फसल को बचाने के लिए चिंतित है। गन्ना विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पायरिला लगने पर गन्ने के खेत की सिंचाई करें और यूरिया डाले। अगर दिखाई दें तो चीनी मिल व विभागीय अधिकारियों से सम्पर्क करें। कृषि विज्ञान केंद्र नगीना के वैज्ञानिकों डॉ. केके सिंह और डॉ. पिंटू कुमार ने किसानों के लिए पायरिला कीट प्रबंधन पर महत्वपूर्ण सलाह दी है। पायरिला गन्ने की फसल को नुकसान पहुंच...