हापुड़, नवम्बर 1 -- गढ़मुक्तेश्वर। शनिवार-रविवार को देवोत्थान एकादशी होने के कारण दो दिन गंगा किनारे पड़ाव डाल चुके श्रद्धालु गंगा स्नान कर पुण्याजिर्त करेंगे। एकदाशी पर शनिवार होने के कारण रविवार को तुलसी के पौधों को हाथ लगाने से कुछ श्रद्धालुओं ने आज ही मनाने का मन बना लिया और देवात्थान एकादशी मनाई है। देवोत्थान एकादशी इस बार दो दिन हैं, जिसमें एक एकादशी शनिवार की सुबह 9.12 बजे से आई है। जबकि दूसरी एकादशी रविवार को सुबह सवा सात बजे तक तक रहेगी। जिसके चलते आज एकादशी पर सुबह से ही गंगा स्नान शुरू हो गया। पूरे दिन गंगा तट पर गंगा स्नान चलता रहा। इसके अलावा रविवार के चलते तुलसी के पौधों को हाथ नहीं लगाया जाता। जिस कारण शनिवार को भगवान विष्णु आर तुसली विवाह की रस्म अदायगी की गई। हर हर गंगे के उदघोष-- गंगा तट पर गंगा स्नान चलता रहा और हर हर ग...