बेगुसराय, सितम्बर 26 -- गढ़पुरा, एक संवाददाता। प्रखंड मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर रजौड़ अखाड़ा के समीप मईया का दरबार आस्था का केंद्र है। नमक सत्याग्रह मार्ग से सटे होने के कारण पैदल या वाहन सवार लोग सड़क से गुजरते वक्त मईया को नमन करना नहीं भूलते। यहां प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्र के दौरान पूजा अर्चना के लिए भारी भीड़ जुटती है। इस बार छिन्नमस्तिका माता मंदिर की तरह पूजा पंडाल नए स्वरूप में दिखेगा। मेला के दौरान लाइट और डेकोरेशन की बेहतर व्यवस्था को लेकर पूजा समिति तैयारी में जुट गई है। मंदिर के बारे में बताया जाता है कि सर्वप्रथम 1956 ई. में मंझौल के जमींदार रामतनिक सिंह ने इस गांव में मां दुर्गा का मंदिर स्थापित किया था। तब से लगातार धूमधाम से यहां पूजा हो रही है। ग्रामीण बच्चा प्रसाद यादव बताते हैं कि 1955 में मेला के दौरान ही भारी बारिश ...