दरभंगा, अगस्त 8 -- जाले। रतनपुर स्थित गंगेश्वरस्थान में राज्य सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से पहली बार दो दिवसीय राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव आठ अगस्त को कलश शोभायात्रा से शुरू होगा। इसके लिए गंगेश्वरस्थान में प्रशासनिक चहल-पहल शुरू हो गई है। तत्कालीन कमला नदी की पूर्वी तलहटी में स्थित वर्तमान गंगेश्वरस्थान का इतिहास राजा नान्यदेव के पुत्र गंगदेव से जुड़ा हुआ है। उन्होंने 850 वर्ष पूर्व सिमरांवगढ़ (नेपाल) से यहां आकर एक शिवलिंग की स्थापना कर सैन्य तैयारी की थी। जलस्रोत के लिए उन्होंने एक तालाब खुदवाया था, जो गंगेश्वरस्थान से सटे पूरब में रजखानी नाम से अवस्थित है। वर्तमान शिवालय का एकमात्र प्रवेश द्वार पश्चिम दिशा में है। वर्तमान शिवालय के ढांचे को लगभग 117 वर्ष पुराना बताया जा रहा है। पुरातत्ववेत्ता उसमें प्रतिष्ठापित शिवलिंग क...