नई दिल्ली, अप्रैल 29 -- Ganga Saptami 2025: हिंदू धर्म के लिए मां गंगा का महत्व विशेष है। वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर देवी गंगा का प्राकट्य हुआ था। इस वर्ष यह पर्व 3 मई 2025 को मनाया जाएगा। उस दिन तीन विशेष योग बनने से इस पर्व का महत्व और बढ़ गया है। ज्योतिषाचार्य पं. विकास शास्त्री के अनुसार गंगा सप्तमी पर त्रिपुष्कर, रवि और शिववास योग बन रहा है। इन योग में गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व है। इस तिथि पर पुनर्वसु और पुष्य नक्षत्र का भी संयोग बन रहा है। दोनों नक्षत्रों में गंगा पूजन एवं स्नान का विशेष फल वर्णित है। यह भी पढ़ें- 17 साल बाद अक्षय तृतीया पर बुधवार व रोहिणी नक्षत्र का अद्भुत संयोग गंगा सप्तमी स्नान-दान शुभ मुहूर्त 2025: सप्तमी तिथि 03 मई 2025 को सुबह 07 बजकर 51 मिनट पर प्रारंभ होगी और 04 मई 2025 को सुबह 07 बजकर 18 मिनट...