चंदन द्विवेदी, दिसम्बर 8 -- अगले साल नवंबर से राजधानी के प्रमुख नाले का प्रदूषित पानी बिना उपचार के गंगा में नहीं गिरेगा। पटना में निर्माणाधीन सीवरेज ट्रिटमेंट प्लांट (एसटीपी) को राजधानी के प्रमुख नालों से जोड़ दिया जाएगा। इस दिशा में काम तेजी से शुरू हो गया है। मंदिरी और बाकरगंज नाले को दीघा में बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जाएगा। इससे नाले का उपचारित जल ही गंगा में जाएगा। जेपी गंगा पथ के किनारे सूबे का सबसे बड़ा एसटीपी दीघा में स्थापित किया गया है। इसकी क्षमता 100 एमएलडी है। दीघा एसटीपी से 25 एमएलडी सिवरेज का उपचार शुरू हो गया है। दिसंबर अंत तक 55 एमएलडी मलजल का उपचार होगा। कंकड़बाग एसटीपी की कुल क्षमता 50 एमएलडी है। यहां 20 एमएलडी सीवरेज का उपचार शुरू है। इसी साल पीएम नरेन्द्र मोदी ने दीघा, कंकड़बाग समेत पटना के पांच एसटीपी का...