सहारनपुर, जून 6 -- कस्बे एवं क्षेत्र में गंगा दशहरा का पर्व हर्षोल्लास से मनाया। लोगों ने जगह जगह शरबत के छबील लगाए तथा यमुना में डुबकी लगाकर अपने पितरों की पूजा की। गुरुवार को शाहजहांपुर स्थित यमुना घाट पर पूजा अर्चना करते हुए पंडित अनिल कौशिक ने कहा कि जेयष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दसवीं तिथि को गंगा का पृथ्वी अवतरण हुआ था। गंगा के जल से ही राजा सागर के पुत्रों की आत्मा को मोक्ष मिला था। तभी से यह तिथि पर्व के रूप में मनाए जाने लगी। इस दिन मनुष्य को गंगा यमुना में स्नान कर दान अवश्य करना चाहिए। माना जाता है कि मनुष्य आज के दिन गंगा यमुना में स्नान कर तर्पण दान और पुण्य कार्य करते हैं। उन्हें अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता और उनके घरों में सुख और समृद्धि बनी रहती है। श्रद्धालुओं ने बड़े शारदा भाव के साथ यमुना में डुबकी लग...