पटना, मार्च 5 -- गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सख्ती होगी। नदी में किसी सूरत में मैला (गंदा) पानी नहीं गिरने दिया जाएगा। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री सुनील कुमार ने बुधवार को विधानसभा में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए गंगा के किनारे के शहरों में नदी में गिरने वाले पानी पर नजर रखी जाएगी। गंगा नदी के किनारे 32 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनने हैं, जबकि 13 बनकर तैयार हो चुके हैं। इससे प्रदूषित पानी को ट्रीटमेंट करके ही उन्हें गंगा में गिरने दिया जाएगा। मंत्री ने स्वीकार किया कि गंगा में जीवाणुओं की संख्या बढ़ जाने के कारण नदी में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। दरअसल, 100 मिलीलीटर में 500 से अधिक टोटल कोलीफार्म जीवाणु नहीं होना चाहिए, जबकि गंगा में इसकी संख्या 100 मिली में 92000 है। यह स्तर काफी अ...